भारत इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। इस दौरान गोवा में भी आठ बैठकें निर्धारित की गई हैं, जिसमें से पहली बैठक 17 से 20 अप्रैल तक होगी। डॉ. रायकर का कहना है कि कोविड-19 परीक्षण अनिवार्य नहीं है।
गोवा आने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों में अगर कोविड के लक्षण दिखते हैं, तो उनका कोविड टेस्ट किया जाएगा…यह कहना है स्वास्थ्य ओएसडी डॉ. केदार रायकर का। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (डीएचएस) ने जी-20 प्रतिनिधियों के लिए गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, डाबोलिम और मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, मोपा में एंटीजन टेस्ट करने का फैसला किया है। हालांकि, टेस्ट सिर्फ उनका होगा, जिनमें कोविड के लक्षण दिखते हैं।
दोनों हवाई अड्डों पर परीक्षण केंद्र शुरू किए
भारत इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। इस दौरान गोवा में भी आठ बैठकें निर्धारित की गई हैं, जिसमें से पहली बैठक 17 से 20 अप्रैल तक होगी। डॉ. रायकर का कहना है कि कोविड-19 परीक्षण अनिवार्य नहीं है। यह शिखर सम्मेलन में आने वाले प्रतिनिधियों के लिए एहतियात के रूप में किया जा रहा है। टेस्ट कोई लक्षण नहीं, कोई परीक्षण नहीं नीति के तहत किया जाएगा। इसका मतलब है कि जिस अधिकारी में लक्षण दिखेंगे, सिर्फ उनका टेस्ट किया जाएगा। डीएचएस ने दोनों हवाई अड्डों पर परीक्षण केंद्र शुरू किए हैं।
आपातकालीन कक्ष बनाया गया है
जी-20 के नोडल अधिकारी संजीत रोड्रिग्स का कहना है कि अधिकारियों के आते ही टेस्ट शुरू हो जाएंगे, जो आखिरी दिन तक जारी रहेगा। टीमें 24 घंटे हवाई अड्डे और होटल पर काम करेंगी। कार्यक्रम स्थल पर एक आपातकालीन कक्ष बनाया गया है, इसमें गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) और डीएचएस के डॉक्टर तैनात रहेंग।
कोरोना का नया आंकड़ा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में 11,109 नए कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। आंकड़ा पिछले 236 दिनों में सबसे अधिक है। एक्टिव केसों का आंकड़ा 49,622 हो गया है। पिछले 24 घंटों में 29 नई मौतें हुई हैं, जिसके बाद कोरोना से मरने वालों का कुल आंकड़ा 5,31,064 हो गई है।