संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन ने रविवार को कहा कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए सूडान में फिलहाल सभी ऑपरेशन लंबित रहेंगे।
सूडान में अर्धसैनिकों और सशस्त्र बलों के बीच झड़प तीसरे दिन भी जारी है। इस झड़प में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 97 तक पहुंच गई है। वहीं 600 लोग घायल हुए हैं। डॉक्टरों की केंद्रीय समिति ने बताया कि सोमवार सुबह राजधानी के दक्षिणी हिस्से में तोप से एक अस्पताल पर हमला किया गया। इस हमले में एक बार फिर आतंक और दहशत की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, इससे किसी भी मरीज या अस्पताल के कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
राजधानी खार्तूम के लोगों ने बताया कि सुबह के नामाज के बाद से ही झड़प तेज हो गई थी। पूरी रात गोली और विस्फोट की आवाजें सुनाई दी। सैन्य नेता अब्देल फतह अल-बुरहान और अर्द्धसैनिक कमांडर मोहम्मद हमदान डागलो के बीच संघर्ष काफी दिनों से चल रहा था। पिछले कुछ महीनों में दोनों ही जनरलों ने खुलकर एक-दूसरे की जमकर आलोचना की है।
शनिवार को संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम में तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने सभी कार्यों पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन ने रविवार को कहा कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए सूडान में फिलहाल सभी ऑपरेशन लंबित रहेंगे। उन्होंने कहा- “डब्ल्यूएफपी गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे सूडानी लोगों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। अगर यहां हमारी टीमों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है तो हम यहां कार्य नहीं कर सकते हैं। सभी पक्षों को एक समझौता पर आना होगा, जो मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।”