परिजनों ने बताया कि आरोपी राजेश साहू ने किशोरी से दुष्कर्म  किया था, जिसकी जानकारी 10 अप्रैल को ही रामानुजनगर थाने को दे दी गई है। इसके बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है। परिजनों ने मामले में आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है।

 

अंबिकापुर में दुष्कर्म किए जाने से आहत 14 वर्षीय किशोरी ने फांसी लगा ली। उपचार के दौरान अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार को किशोरी की मौत हो गई। नौ अप्रैल को किशोरी के साथ गांव के ही 35 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया था। घटना के बाद किशोरी गुमशुम रहने लगी थी और 15 अप्रैल को उसने घटना की जानकारी अपने परिजनों को देने के बाद फांसी लगा ली थी।  गंभीर अवस्था में परिजनों ने उसे मेडिकल कालेज अस्पताल में दाखिल किया था। परिजनों का आरोप है कि सूरजपुर जिले की रामानुजनगर पुलिस शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रही है।

 

मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थानाक्षेत्र की 14 वर्षीय किशोरी 09 अप्रैल की रात अपने घर में सो रही थी। रात करीब 10.30 बजे किशोरी को सोता देखकर गांव के ही 35 वर्षीय युवक ने घर में घुसकर उसके साथ अनाचार किया। घटना के बाद युवक को भागते हुए किशोरी के छोटे भाई ने देख भी लिया। इसकी जानकारी परिजनों को मिलने पर 10 अप्रैल को घटना की शिकायत रामानुजनगर पुलिस से की गई थी,लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। घटना के बाद किशोरी गुमशुम रहने लगी। तीन-चार दिनों के बाद उसने लगभग बातचीत भी बंद कर दी एवं खाना-पीना भी कम कर दिया। 15 अप्रैल की सुबह करीब 7 बजे उसने घर में फांसी लगा ली।

 

किशोरी द्वारा फांसी लगाए जाने के बाद कुछ देर में ही उसे परिजनों ने देख लिया एवं फंदे से नीचे उतारकर उसे लेकर रामानुजनगर अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे सूरजपुर रिफर कर दिया। सूरजपुर से रेफर करने पर उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल किया गया। दो दिन तक जीवन व मौत से जूझती किशोरी ने सोमवार को दम तोड़ दिया।

 

शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं-

परिजनों ने बताया कि आरोपी राजेश साहू ने किशोरी से दुष्कर्म  किया था, जिसकी जानकारी 10 अप्रैल को ही रामानुजनगर थाने को दे दी गई है। इसके बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है। परिजनों ने मामले में आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है।