G20 summit in Bali प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें दोनों नेता एक-दूसरे से हाथ मिला रहे है। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत की जानकारी विदेश मंत्रालय ने 27 जुलाई को दी। विदेश मंत्रालय ने बताया की पिछले साल जी-20 समिट में डिनर (G20 summit Dinner) के दौरान दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया था।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें दोनों नेता एक-दूसरे से हाथ मिला रहे है। इस दौरान दोनों के बीच क्या बातचीत हुई उसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने 27 जुलाई को दी है।

विदेश मंत्रालय ने बताया की दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया और द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने की आवश्यकता पर बात की थी। दरअसल, पिछले साल 2022 को इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस समिट के डिनर के दौरान ही दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी।

चीनी राजनयिक और अजीत डोभाल की मुलाकात

समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, दो दिन पहले जोहान्सबर्ग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और शीर्ष चीनी राजनयिक वांग यी के बीच एक बैठक हुई थी। इस बैठक को लेकर चीनी विदेश मंत्रालय ने दावा किया था कि शी जिनपिंग और मोदी जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने पर एक महत्वपूर्ण सहमति पर पहुंचे थे।

अरिंदम बागची ने PM मोदी-चिनफिंग की मुलाकात को लेकर क्या कहा?

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया, पिछले साल बाली में आयोजित रात्रि भोज के बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति चिनफिंग ने एक दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया था और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने की जरूरत पर बात की थी।

बागची ने कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं, हमने दृढ़तापूर्वक कहा है कि पूरे मुद्दे के समाधान की कुंजी भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र पर एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर स्थिति को हल करना और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करना है।’ उनकी यह टिप्पणी तब आई जब उनसे बाली में दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत में बनी सहमति के चीन के दावे के बारे में पूछा गया।

भारत-चीन सीमा गतिरोध के बाद पहली मुलाकात

बाली में पीएम मोदी और शी के बीच संक्षिप्त बातचीत के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उन्होंने शिष्टाचार का आदान-प्रदान किया। मई 2020 में भारत-चीन सीमा गतिरोध शुरू होने के बाद सार्वजनिक रूप से दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी।