मणिपुर में अब भी तनाव लगातार बना हुआ है। राज्य पुलिस ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों से मणिपुर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने 3 अगस्त को जारी अपने प्रेस रिलीज में कहा कि गोलीबारी और भीड़ जमा होने की छिटपुट घटनाएं हुई हैं। पुलिस ने आगे बताया कि सुरक्षा बलों ने कौट्रुक हिल रेंज में ऑपरेशन चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया।
मणिपुर में अब भी तनाव लगातार बना हुआ है। राज्य पुलिस ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों से मणिपुर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने 3 अगस्त को जारी अपने प्रेस रिलीज में कहा कि गोलीबारी और भीड़ जमा होने की छिटपुट घटनाएं हुई हैं। पुलिस ने आगे बताया कि सुरक्षा बलों ने कौट्रुक हिल रेंज में ऑपरेशन चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया।
मणिपुर पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने बिष्णुपुर के कीरेनफाबी और थंगलावई में पुलिस चौकी पर हमला करके हथियारों और गोला-बारूद की बड़ी खेप लूट ली। वहीं, भीड़ ने मणिपुर राइफल्स की एक बटालियन से हथियार छीनने की कोशिश की, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया।
सुरक्षाकर्मियों और उपद्रवियों के बीच गोलीबारी
इसके साथ ही राज्य पुलिस ने कोउट्रुक हारोथेई और सेनजाम चिरांग में हथियारों से लैस उपद्रवियों के साथ गोलीबारी की भी सूचना दी है, इस गोलीबारी में एक सुरक्षाकर्मी गंभीर सहित 2 लोग घायल हो गए। सुरक्षाकर्मी ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
1047 लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने आगे बताया कि राज्य के पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गई हैं और 1047 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने एनएच 37 और एनएच 32 पर जरूरी सामानों के साथ वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की है। पुलिस ने जनता से अफवाहों पर विश्वास न करने और फर्जी वीडियो से सावधान रहने की अपील की है। साथ ही पुलिस ने लोगों को फर्जी वीडियो की रिपोर्ट करने की अनुमति देने के लिए एक हेल्पलाइन भी स्थापित की है।
इससे पहले गुरुवार को मणिपुर के चुराचांदपुर में सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प के बाद इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया था। झड़पें तब शुरू हो गईं जब स्थानीय लोगों के एक बड़े समूह ने, जिनमें मुख्य रूप से मैतेई समुदाय की महिलाएं शामिल थीं, बिष्णुपुर से चूरनचंदपुर की ओर बढ़ने की कोशिश की और क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया।