केंद्र द्वारा संसद में पेश करने के लिए एक और विधेयक को सूचीबद्ध किए जाने के बाद आप और कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। जो शीर्ष चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश को पैनल से बाहर कर देगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से जुड़े बिल पर टिप्पणी की।
उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि उनका सुप्रीम कोर्ट में विश्वास नहीं है। दिल्ली सेवा बिल के बाद अब एक और बिल आने वाला है। जिसका दावा केजरीवाल ने पहले भी किया था। केजरीवाल ने पीएम पर बिल के जरिए लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
वहीं कांग्रेस ने भी पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। जबकि कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने इस कदम को चुनाव आयोग को पूरी तरह से पीएम के हाथों की कठपुतली बनाने का एक जबरदस्त प्रयास बताया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त विधेयक गुरुवार को राज्यसभा में चर्चा और पारित होने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि यह घटनाक्रम 2024 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आया है, जहां एनडीए सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश करेगी।