Beleshwar Mahadev Jhulelal Mandir Accident: इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर पर बावड़ी की छत धंसने से 50 से अधिक लोग बावड़ी में जा गिरे।
इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। 24 लोगों के शव बावड़ी से निकाले गए हैं, वहीं तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा है।
महू से तीन अलग-अलग टीमों में आर्मी के करीब 70 जवान मौके पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। गुरुवार देर रात करीब 13 शव और निकाले गए. इससे पहले 11 शव निकाले गए थे। बचाव कार्य जारी है। कुछ और लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार देने की घोषणा की है। उधर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे की भयावहता देखकर लग रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। फिर भी स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई और दस लोगों को बाहर खींच लिया। घायलों को एप्पल हॉस्पिटल लेकर जाया जा रहा है।वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। राहत एवं बचाव कार्यों को गति दे दी गई है। वहीं, मंदिर के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि बावड़ी अवैध रूप से बनाई गई है, कई बार प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की जा चुकी है।
इंदौर में हुई घटना को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिन में कहा कि 13 लोगों के मरने की दुखद खबर मिली है। 1 बच्ची भी लापता बताई जा रही है। उसकी तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने दिए हादसे को लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रधानमंत्री ने भी की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की है। कल गृह मंत्री मिश्रा इंदौर पहुंचेंगे।पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच होनी चाहिए। मंदिर में बावड़ी के ऊपर स्लैब कैसे डल गया, किसकी इजाजत से डला। मामले में निष्पक्ष जांच होना चाहिए।
हादसे में 27 की मौत
हादसे में 27 लोगों के मौत की सूचना है। मरने वालों में 15 महिलाएं, 10 पुरुष और दो बच्चें है। इनमें से एक डेढ़ साल का बच्चा है, जिसका नाम हितांश है। घायलों को पास के एप्पल हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया है। जबकि गंभीर घायलों को एमवाय अस्पताल में ले जाया गया है। हादसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। हालांकि, पानी कम था, जिससे गिरने के बाद भी लोग अंदर खड़े दिखे। पर एक के ऊपर एक गिरने से लोग घायल हुए हैं।
इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने बताया कि 19 लोगों को रेस्क्यू कर के सुरक्षित बाहर निकाला गया है। जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कठोरतम धाराओं में केस दर्ज होगा। घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों और मृत परिवार को सहायता राशि दी जाएगी।
पानी होने से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
लोगों ने बताया कि जिस बावड़ी में लोग गिरे हैं, उसमें पानी भरा है। लोग गिरे, ऊपर से मलबा गिरा। इस वजह से जो लोग नीचे गिरे, उनकी मौत हुई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। प्रशासन अब बावड़ी का पानी खाली कराने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद फिर गिरे लोगों की तलाश की जाएगी। बताया जा रहा है कि टीम ने जो नजर आ रहे थे वे सभी शव निकाल लिए हैं।
हादसे में बचाए गए घायलों की लिस्ट जो एप्पल अस्पताल में भर्ती हैं-
भारती गुलानी (28), महेश कौशल (49), रौनक पाल (37), ज्योति पटेल (55), लक्ष्मीनारायण शर्मा, ललित सेठिया (44), बेबी अलिना (7), बेबी वेदा (3), मुरली सबनानी (54), शांता पटेल (57), भावेश पटेल (37), लक्ष्मण दलवानी (53), पंकज पटेल (47), दीपा खानचंदानी (52), माया गुलानी (48), नंदनी दशोरे (15), आकाश मोटवानी (25), कनक पटेल (32)। हालांकि इनमें से दो की मौत हो गई है।
मंदिर के अंदर बनी है बावड़ी
दरअसल, मंदिर में ही एक बावड़ी है, जिसकी छत धंस गई। उस समय मंदिर में हवन हो गया था और लोग बावड़ी पर बैठे थे। वजन बढ़ने से अचानक बावड़ी की छत भरभराकर ढह गई। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही नीचे गिर गए। गिरने वालों में कुछ बच्चियां भी बताई जा रही हैं। रामनवमी होने से मंदिर में भीड़ भी अधिक थी। राहत की बात यह है कि स्थानीय लोगों ने तत्काल सक्रियता दिखाई और करीब दस लोगों को बाहर निकाल लिया।
वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे
अब तक दस लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। एसडीआरएफ की टीम भी फंसे लोगों को निकाल रही है। मंदिर से सभी श्रद्धालुओं को बाहर कर दिया गया है। एंबुलेंस भी पहुंच गई है। अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि जो लोग बाउडी में गिरे हैं, उनकी स्थिति कैसी है। उन्हें रस्सी से खींचकर बाहर निकालने का प्रयास भी किया जा रहा है।
सीएम ने फोन पर ली जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर स्थित बावड़ी में श्रद्धालुओं के गिरने की घटना पर संज्ञान लिया। सीएम ने इंदौर कलेक्टर, कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है । इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद है। तेजी से बावड़ी में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के निर्देश, मरने वालों के परिजनों को पांच लाख की सहायता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से व्यक्तियों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि है यहघटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद कई नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के स्वजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।
पीएम मोदी ने सीएम से लिया अपडेट
इंदौर में हुए हादसे की जानकारी लगने के बाद पीएम मोदी ने सीएम शिवराज से घटना की जानकारी ली। पीएम ने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। सीएम शिवराज से बात कर स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है। मेरी प्रार्थना उन सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने किया ट्वीट
पूर्व सीएम कमलनाथ ने इंदौर के मंदिर में हुए हादसे पर चिंता व्यक्त की उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के दौरान लोगों के बावड़ी में गिर जाने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं ईश्वर से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल बाहर आने की कामना करता हूं। प्रभु श्रीराम सबकी रक्षा करें। कमलनाथ ने एक और ट्वीट कर कहा कि मंदिर में हवन के दौरान बावड़ी में गिरने से कुछ लोगों की मृत्यु का समाचार सामने आ रहा है। कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता घटनास्थल पर मौजूद हैं। मैं कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि इस संकट की घड़ी में हर संभव मदद करें।
CM योगी ने इंदौर हादसे पर जताया दुःख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि इंदौर में हुई दुर्घटना अत्यंत दु:खद है, मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से सबकी कुशलता के साथ घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है।
हादसे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी शोक जताया है। ट्वीट में राहुल ने लिखा है कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में उत्सव के दौरान हुए हादसे की खबर बहुत दुखद है। घटना में जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिजनों को मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। वहीं प्रियंका ने लिखा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्य में हरसंभव मदद करें।
भीड़ संभालने बल प्रयोग कर रही पुलिस
बताया जा रहा है कि घटना स्थल पर भीड़ बार-बार उग्र हो रही है। लोग अपने परिजनों को लेकर बेहद परेशान हैं। जानकारी के अनुसार 50 से अधिक महिलाएं-बच्चियां और बच्चे कुए के अंदर दबे हुए हैं। एक-एक करके सभी को निकालने का प्रयास जारी है। प्रशासन राजनेता सभी पूरी तरह से लगे हुए हैं। हालात संभाले जा रहे हैं भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को बार-बार बल प्रयोग भी करना पड़ रहा है।
भाजपा पार्षद ने बनवाया था मंदिर
बताया जा रहा है कि बेलेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण भाजपा के पूर्व पार्षद सेवाराम गल्लानी ने कराया था। वर्तमान में इस क्षेत्र के विधायक आकाश विजयवर्गीय हैं।
ये 25 लोग अभी भी लापता
हादसे के दौरान बावड़ी में गिरे करीब 25 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें करिश्मा वाधवानी (26), घनश्याम पुर्सवानी (कीको) (40), हितांश खानचंदानी (1.5), सोमेश खत्री (11), नंदकिशोर मंगवानी (57), शारदा लड (75), राजेंद्र अग्रवाल दोहरा (40), सुनील सोलंकी (53), तांसिक पाल (8), वर्षा पाल (35), पुष्पा पाल (60), पिंटू चौहान (35), उषा गुप्ता (75), जितेंद्र सोलंकी (28), सुभाष यावर (60), इंदर चंडिकी (47), जन बन पटेल (70), प्रियंका पटेल (35), शारदा बन पटेल (62), विनोद पटेल (58), रतन बेन पटेल (82), कस्तूर बन पटेल (65), सुरेश गुलानी, लोकेश गुलानी और एक साल की महक बंबानी शामिल हैं।