बलरामपुर के तुलसीपुर जा रही गोंडा डिपो की एक बस गुरुवार सुबह कुआनो नदी के पास पलट गई। हादसे में 17 लोग घायल हो गए और एक की मौत हो गई।

कानपुर से तुलसीपुर जा रही गोंडा डिपो की रोडवेज बस बृहस्पतिवार की सुबह गोंडा-बलरामपुर रोड पर कुआनो नदी के किनारे पलट गई। इसमें मऊ के रगरपुर निवासी राजेश की मौत हो गई। हादसे में घायल 17 यात्रियों को मेमोरियल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

स्थानीय लोगों व बस के चालक-परिचालक ने खिड़की के शीशे तोड़कर फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। हादसे की सूचना पर डीएम डॉ. महेंद्र कुमार, एसपी केशव कुमार, एडीएम प्रदीप कुमार व एएसपी नमिता श्रीवास्तव अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।

हादसे में घायल मऊ जिले के रगरपुर निवासी राजेश की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। राजेश की पत्नी श्रीदत्तगंज में स्टाफ नर्स है। इसके अतिरिक्त 17 अन्य घायल हो गए। इसमें से तीन की हालत गंभीर देख उन्हें संयुक्त जिला अस्पताल रेफर किया गया है। एएसपी ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। गोंडा डिपो की बस थी। यह कानपुर से तुलसीपुर जा रही थी।

हादसे में यह हुए घायल: मेमोरियल अस्पताल में भर्ती सुधीर कुमार पांडेय (28) निवासी करोही थाना इंदिरानगर लखनऊ, मोहब्बत अली (45) निवासी गोपालपुर हरैया बलरामपुर, ज्ञानदेव (33) निवासी मधुपुर पकड़ी बलरामपुर, राजेश यादव (37) निवासी सिविल लाइंस बलरामपुर, अनवर (40) व रोशनी बानो (35) निवासी सिविल लाइंस बलरामपुर, इंद्रजीत (34) निवासी बालपुर विश्वेसरगंज बहराइच, राम कुमार (16) निवासी भगहा ललिया बलरामपुर, छेदीलाल (50) निवासी गौरा चौराहा, सुरेश (50) निवासी खरका झांसी, अनिल मिश्र (40) निवासी बेलमत्थर थाना परसपुर गोंडा, अजय द्विवेदी (45) निवासी विमोचन घाट अयोध्या, राधिका (12) व करन (11) निवासी झांसी भर्ती कराए गए हैं। संयुक्त अस्पताल में बृजमोहन निवासी खैराही बालपुर बलरामपुर, शिवनाथ व प्रदीप निवासी खलवा बलरामपुर को भर्ती कराया गया है। सीएमओ डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि घायलों का इलाज किया जा रहा है।

गोंडा डिपो की रोडवेज बस संख्या यूपी 78 एफटी-9134 बुधवार की रात नौ बजे कानपुर से तुलसीपुर के लिए निकली थी। बृहस्पतिवार की सुबह करीब पांच बजे यह बस बलरामपुर की सीमा में पहुंचते ही कुआनो नदी के किनारे सामने से आ रहे ट्रक से बचाने के चक्कर में गड्ढे में पलट गई। बस पलटने से अफरा-तफरी  मच गई। हर ओर बस चीख पुकार ही सुनाई दे रही थी।