आईजी गोरखपुर रेंज जे.रविंद्र ने कहा कि पासपोर्ट, चरित्र सत्यापन आदि के लिए थाने बुलाने की कोई जरूरत नहीं है। सभी एसपी को निर्देशित किया गया है कि वह जिले के थाना पुलिस को बता दें। बीट सिपाही सीधे घर जाकर सत्यापन करें। अगर कहीं भी रुपये लेने की शिकायत आई तो केस दर्ज कर आरोपी पुलिसकर्मी को जेल भेजा जाएगा।

पासपोर्ट ऑफिस से पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बाद भी पुलिस सत्यापन के नाम पर वसूली कर लेती है। ऐसे पुलिसकर्मी अब जेल जाएंगे। आईजी जे रविंद्र ने इसे गंभीरता से लेते हुए रेंज के सभी जिले (गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया व महराजगंज) के एसपी को पत्र लिखकर निर्देशित किया।

उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि पुलिस किसी को सत्यापन के लिए थाने नहीं बुलाएगी। यह जिम्मेदारी थाने पर मुंशी के पास भी नहीं होगी। बीट सिपाही अपने इलाके में घर जाकर सत्यापन कर रिपोर्ट लगाएंगे। अगर कहीं पर भी वसूली की शिकायत आई तो केस दर्ज कर आरोपी पुलिसकर्मी को जेल भी भेजा जाएगा।

शिकायत के लिए आईजी ने सीयूजी नंबर 9454400209 भी जारी किया है। अगर रुपये मांगे जाते हैं तो सीधे मैसेज भेजकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। शिकायत करने वाले का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक, अभी संतकबीरनगर में आपराधिक मुकदमे के आरोपी का भी वसूली कर पासपोर्ट जारी करने का मामला सामने आया है।

पता चला कि ऑनलाइन व्यवस्था के बाद भी वसूली के चक्कर में पुलिस ने थाने बुलाकर रुपये वसूले और फिर उसे पासपोर्ट जारी करने के लिए रिपोर्ट लगा दी गई, जिसे नहीं देना था। उस पर मुकदमे हैं। मामले में एक दीवान समेत दो लोगों को जेल भी भेजा गया है। इसी वजह से आईजी ने रेंज के सभी जिले में पहले ही आदेश जारी कर हिदायत दे दी है कि पासपोर्ट का सत्यापन घर जाकर किया जाए।

आईजी गोरखपुर रेंज जे.रविंद्र ने कहा कि पासपोर्ट, चरित्र सत्यापन आदि के लिए थाने बुलाने की कोई जरूरत नहीं है। सभी एसपी को निर्देशित किया गया है कि वह जिले के थाना पुलिस को बता दें। बीट सिपाही सीधे घर जाकर सत्यापन करें। अगर कहीं भी रुपये लेने की शिकायत आई तो केस दर्ज कर आरोपी पुलिसकर्मी को जेल भेजा जाएगा।