सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर सरकारी खर्चे पर सुंदरकांड का पाठ कराए जाने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह फैसला हिंदू समाज के 97 प्रतिशत हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करने वाला है।

समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर कहा कि

ढोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी। सकल ताड़ना के अधिकारी।।

उसी सुंदरकांड का हिस्सा, जिसका सरकार ने पाठ कराने का निर्णय लिया है यानी सरकार का यह निर्णय महिलाओं व शूद्र समाज को प्रताड़ित व अपमानित करने वाले तीन प्रतिशत लोगों का बढ़ावा देने एवं 97 प्रतिशत हिंदू समाज के भावनाओं को आहत करने वाला है।
योगी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में सुंदरकांड का पाठ करवाने का निर्णय लिया है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को प्रदेश सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।

इसके पहले उन्होंने मैनपुरी में भी सरकारी खर्चे पर धार्मिक आयोजन को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि ये देश सबका है। विभिन्न धर्मों, जातियों के लोगों ने आजादी के लिए शहादत दी है। ऐसे में धर्म विशेष को बढ़ावा देकर सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और सभी धर्मों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।