महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुई 42 गाय की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को यह मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा। समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी ने सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि गाय अगर हमारी माता है, तो उसे क्यों छोड़ दिया जाता है

महाराष्ट्र में गौमाता पर जारी सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गौमाता की मौत, उनकी बदहाली का मुद्दा विधानसभा में उठा। कोल्हापुर जिले में हुई गायों की मौत के मुद्दे पर अबू आजमी सरकार पर जमकर बरसे।

विधानसभा सदन में इस मुद्दे पर अबू आजमी ने कहा, “कोल्हापुर जिले के काणेरी मठ में एक चौंकाने वाली घटना हुई है। बासी खाना खाने से 80 से ज्यादा गाय बीमार हो गई और करीब 42 गायों की मौत हो गई। मेरे विधानसभा क्षेत्र गोवंडी में बहुत क्रिमिनल लोग हैं। यहां की आबादी फ्लोटिंग है। यहां जो आता है वह झुग्गी बनाकर रहने लगता है। गाय कूड़ा खा रही है, यह बात मैं कई बार विधानसभा में बोल चुका हूं।”

‘इनको सिर्फ गाय के नाम से मोहब्बत है’

उन्होंने आगे कह, “अगर किसी दिन (गोवंडी में) किसी क्रिमिनल ने गाय को पकड़कर काट दिया है, तो बड़ा फसाद हो सकता है। जब मैंने यह मुद्दा हाउस में उठाया था तब कहा गया था कि हम गाय को लाएंगे और उनको पालेंगे, लेकिन आज तक कोई नहीं आया। इनको सिर्फ गाय के नाम से मोहब्बत है। गाय को वहां से ले जाइए.. पालिए..अच्छा खाना खिलाइए।”

महाराष्ट्र में गौमाता की बदहाली के मुद्दे पर आजमी ने आगे कहा, “नेता लोग मोटे हो रहे हैं और गाय पतली हो रही है। जो गाय का नाम लेते हैं वह गाय का ख्याल नहीं रख रहे हैं, सिर्फ गाय के नाम पर राजनीति हो रही है।”

‘मुझे जगह दो मैं गाय को पालूंगा’ 

आजमी ने कहा, “मुझे गाय से मोहब्बत है। आप मुझे जगह दीजिए मैं गाय को पालूंगा। मैं गाय की सेवा करने को तैयार हूं। गाय हमारी माता है, लेकिन उसे छोड़ दिया जाता है। अगर आप गाय को माता मानते हो, तो उस गाय की खिदमत मां की तरह करो.. तब मैं समझूंगा कि सही में गाय इनके लिए माता है अन्यथा सिर्फ यह बातें ढकोसला है।”

पिछले महीने कोल्हापुर के काणेरी मठ में पंचमहाभूत लोकात्सव के दौरान गायों की मौत का मामला सामने आया था। आरोप है कि बासी खाना खाने की वजह से इन गायों की मौत हुई थी। इस मामले की जांच चल रही है। इस मामले पर काणेरी मठ का कहना था कि यह घटना बहुत ही दुखदायी है। हम दिन-रात मेहनत कर गायों का संरक्षण कर रहे हैं। किसी ने जानबूझकर यह नहीं किया होगा अनजाने में यह घटना हुई होगी। काणेरी मठ कोल्हापुर के सबसे पुराने मठ में से एक है और यह कई एकर में फैला है।”