आरिफ के दोस्त सारस को समसपुर पक्षी विहार पहुंचा दिया गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी दोनों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर इस पर नाराजगी भी जताई।

अमेठी जिले के जामो के मंडखा गांव निवासी मो. आरिफ व उनका दोस्त सारस एक दूसरे से अलग हो गए। राज्य पक्षी होने के नाते वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली जिले के सलोन तहसील क्षेत्र स्थित समसपुर पक्षी विहार में छोड़ दिया।

इन दिनों आरिफ व सारस पक्षी की दोस्ती के चर्चे हर तरफ हो रहे थे। आरिफ ने घायल सारस का उपचार कराया तो सारस पक्षी ने आरिफ को अपना कर देश-दुनिया में उसकी लोकप्रियता बढ़ाई। दोनों की दोस्ती को सजीव देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन मंडखा गांव पहुंच रहे थे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पांच मार्च को मंडखा गांव पहुंच आरिफ व सारस की दोस्ती को देखा।

मंगलवार दोपहर दोनों दोस्त एक-दूसरे से अलग हो गए। मंगलवार की सुबह आरिफ को बताया गया कि डीएफओ उसके घर पहुंच रहे हैं। करीब 12 बजे वन विभाग की टीम में शामिल उपखंड अधिकारी रणवीर मिश्र, क्षेत्रीय वनाधिकारी एसके शर्मा, पशु चिकित्सक डॉ. पवन कुमार वर्मा व डॉ. उमाकांत सिंह तथा वन दरोगा सुरेश कुमार मंडखा गांव पहुंचे। टीम ने कहा कि मुख्य प्रधान वन संरक्षक उत्तर प्रदेश का आदेश है कि सारस पक्षी को सलोन के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा जाय।

यह बात सुनकर खड़े लोग व आरिफ सन्न रह गए। हालांकि आरिफ ने वन विभाग की टीम का सहयोग करते हुए खेत से सारस दोस्त को लाकर अपने हाथों से पिकअप वाहन पर बैठाया। इसके बाद वह स्वयं सारस को समसपुर पक्षी विहार छोड़ने गए। सारस दोस्त के बिछड़ने से आरिफ की बेचैनी देख उसके परिजन व मित्र भी गमगीन दिखे।

बुधवार को लखनऊ में हुए प्रेस कांफ्रेंस ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर नाराजगी भी दिखाई और पीएम मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अमेठी के आरिफ ने सारस से मित्रता की। उसकी सेवा की। वह चोटिल था। सारस अब छीन लिया गया है क्योंकि मैं बधाई देने चला गया। सरकार सारस छीन रही है तो मोर को दाना खिलाने वाले से मोर छीन लिया जाए।