तिकुनिया हिंसा मामले में एडीजे सुनील वर्मा की अदालत में सोमवार को मुकदमे की सुनवाई हुई। मुख्य आरोपी आशीष मिश्र और अंकित दास सहित सभी आरोपी अदालत में पेश हुए।

लखीमपुर खीरी के चर्चित तिकुनिया हिंसा मामले में एडीजे सुनील वर्मा की अदालत में सोमवार को मुकदमे की सुनवाई हुई। मुख्य आरोपी आशीष मिश्र और अंकित दास सहित सभी आरोपी अदालत में पेश हुए। अभियोजन की ओर से गवाह गुरुनाम सिंह को पेश करते हुए उसकी मेडिकल रिपोर्ट की जगह भतीजे की रिपोर्ट दाखिल कर दी गई। दिनभर की सुनवाई के बाद भी सवाल-जवाब जारी रहने पर अदालत ने सात अप्रैल की तारीख मुकर्रर करते हुए मुकदमे की सुनवाई आगे बढ़ा दी है।

अभियोजना पक्ष ने पेश कर दी दूसरे की मेडिकल रिपोर्ट  

पिछली पेशी पर बयान दर्ज होने के दौरान फोटो दिखाकर सवाल पूछने को लेकर जहां तीखी बहस हुई थी, तो सोमवार की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष की ओर से फोटो दिखाने के स्थान पर अभियोजन पक्ष ने वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश सिंह मुन्ना की ओर से दाखिल की गई मेडिकल रिपोर्ट पर ही ध्यान केंद्रित रखा। दाखिल मेडिकल रिपोर्ट और एक्सरे रिपोर्ट पर जिरह के दौरान यह भी सामने आया कि गवाह गुरुनाम सिंह के स्थान पर उसके भतीजे मेजर सिंह की मेडिकल रिपोर्ट गलती से दाखिल की गई है, लेकिन एक्सरे रिपोर्ट गुरनाम सिंह की ही थी।

अगली सुनवाई सात अप्रैल को

बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश दुबे, रमेश चंद्र मिश्र, चंद्रमोहन सिह, अनिल प्रकाश त्रिवेदी और रामाशीश मिश्र की ओर से गुरुनाम सिंह की जिरह पूरी की गई, जबकि अंकित दास सहित पांच आरोपियों के वकील शैलेंद्र सिंह गौड़ और आशीष मिश्र के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश सिंह की जिरह शेष है। अदालती समय समाप्त होने के बाद अदालत ने बाकी गवाही के लिए सात अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है।