सीतापुर। नवरात्र में तमाम भक्त पूरे नौ दिनों तक व्रत रखने के दौरान फलाहार में कुट्टू का आटा खाते हैं। कुट्टू के आटे की मांग बढ़ने से मुनाफाखोर भी सक्रिय हो जाते हैं। मिलावटी और खराब आटा खाने से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है।

नवरात्र में मेरठ, गाजियाबाद व हापुड़ में कुट्टू का आटा खाने से करीब डेढ़ सौ लोगों की तबीयत खराब होने के मामला सामने आ चुका है। इसके बाद शासन के निर्देश पर खाद्य एवं सुरक्षा विभाग सक्रिय जरूर हुआ है। लेकिन अब तक खाद्य विभाग की सक्रियता जांच टीमों के गठन तक ही सीमित है। ऐसे में जरूरी है कि कुट्टू के आटे को खरीदते समय आप खुद सावधानी बरतें।

नवरात्र में फलों के साथ ही कुट्टू आटे की मांग खासी बढ़ी है। यही कारण है कि मुनाफाखोर इसमें मिलावट शुरू कर देते हैं। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अफसर बताते हैं कि नवरात्र को लेकर व्यापारी काफी दिनों पहले से कुट्टू के आटे का भंडारण कर लेते हैं। अगर मिलावट नहीं भी की जाए तो ज्यादा दिनों तक रखा रहने से कुट्टू का आटा खराब होने लगता है। खराब आटा भी सेहत के लिए नुकसानदेय साबित हो सकता है।

मिलावटी व खराब आटा ऐसे पहचानें

कुट्टू का आटा ज्यादा दिन तक रखने से इसमें फंगस आ सकता है। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कुट्टू के आटे की पहचान उसके रंग से की जाती है। इसका रंग गहरा भूरा होता है। अगर आटे का रंग हल्का लगे तो यह मिलावट के संकेत है। इसकी खासियत यह है मिलावट होने पर सबसे पहले इसका रंग बदलेगा। अगर गूंथते समय आटा बिखर जाए तो समझ जाइए इसमें मिलावट है। इसके साथ ही आटा खरीदते समय भी सावधानी बरतनी चाहिए। खुले में रखे आटे को नहीं खरीदना चाहिए। इसमें धूल मिल जाती है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक है।

डॉक्टर की सलाह
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. गौरव मिश्रा का कहना है कि पैकिंग वाला और ब्रांडेड आटा ही खरीदें। पुराना आटा खाने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। घटिया कुट्टू का आटा खाने से उल्टी, दस्त, पेट दर्द हो सकता है। इसके अलावा खराब आटे के सेवन से लीवर को नुकसान और आंतों में जख्म भी हो सकते हैं। इस आटे से बनी चीजों के साथ दही या खीरे का रायता जरूर लें।

कुट्टू के आटे में मिलावट को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत जिले में कुट्टू के आटे का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
– अभय कुमार सिंह, सहायक खाद्य आयुक्त