सपा विधायक पूजा पाल के भाई राहुल पाल पर मंगलवार की शाम बम से हमला किया गया। इस संबंध में बुधवार को धूमनगंज थाने में तहरीर दी गई। हालांकि जांच के बाद पुलिस ने कहा कि अतीक को सजा के बाद क्षेत्र के लोग पटाखा बजा रहे थे। राहुल की गाड़ी के पीछे पटाखा बजा था।

पुलिस ने राहुल को पटाखा बजाते हुए युवक की सीसीटीवी फुटेज भी दिखाई। नीवा के रहने वाले राहुल पाल, सपा विधायक पूजा पाल के भाई हैं। वह मंगलवार की शाम अपनी सफारी गाड़ी से कहीं जा रहे थे। नीवां तिराहे के पास उनकी गाड़ी के पीछे किसी ने बम फेंका।

राहुल ने घर जाकर यह बात पूजा पाल को फोन पर बताई। उन्होंने धूमनगंज पुलिस को तहरीर देने को कहा। बुधवार को राहुल ने तहरीर दी। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंची। नीवां तिराहे पर कई सीसीटीवी लगे हैं। सबकी जांच की गई। उसमें लोग पटाखा बजाते दिखाई दे रहे थे।

लोगों ने बताया कि अतीक को सजा होने की खुशी में पटाखा बजा रहे थे। सीसीटीवी में राहुल की गाड़ी भी दिखी। उसके पीछे युवक पटाखा बजा रहे थे। राहुल को बुलाकर सीसीटीवी फुटेज दिखा दिया गया।

सीएम दिलाएंगे न्याय, कोई तो मिलवा दो उनसे
उधर, उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक समेत तीन लोगों को भले ही आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है, लेकिन उमेश की मां शांति देवी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर गुहार लगाना चाहती हैं कि उनके बेटे के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाएं। लेकिन उनसे भेंट करने के लिए सत्ता पक्ष का कोई भी नेता रास्ता दिखाने नहीं आया है है।
मुख्यमंत्री से मिलकर लगाना चाहतीं गुहार, बेटे के हत्यारों को दिलाएं फांसी की सजा
अपने बेटे को खो चुकी मां शांति देवी का कहना है कि वह सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मिलकर कहना चाहती हैं कि उन्होंने जो माफिया को मिट्टी में मिलाने का वादा किया था, उसे जरूर पूरा करें। अतीक व उसके भाई को फांसी की सजा होनी चाहिए। मगर वह मुख्यमंत्री से कैसे मिलें यह समझ में नहीं आ रहा है। फैसला आने के बाद उनका कहना है कि आज अगर उनका बेटा जिंदा होता तो वह खुशी मनाती।

वहीं दूसरी तरफ उमेश पाल की पत्नी जया पाल का कहना है कि उन्हें अपने परिवार की चिंता सता रही है। जब तक अतीक और उसके भाई को फांसी की सजा नहीं हो जाती है, वह चैन से बैठने वाली नहीं हैं। उन्होंने दु:ख जताते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से सत्ता पक्ष का कोई विधायक या फिर मंत्री उनके घर मिलने नहीं आया है। वह अपनी सास शांति देवी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहती हैं, मगर कैसे मिलें समझ में नहीं आ रहा है।

अशरफ के खिलाफ हाईकोर्ट में करेंगी अपील

जया पाल पति उमेश के अपहरण मामले में अशरफ को बरी किए जाने से नाराज हैं। उनका कहना है कि दोनों भाई इस अपराध के लिए दोषी हैं। वह जल्द ही हाईकोर्ट में अपील करेंगी। इसके अलावा वह अतीक अहमद को आजीवन कारावास की जगह फांसी पर झूलते देखना चाहती हैं जिसके लिए वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगी।

राजनीति में आने से इंकार नहीं

अपने पति के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए उमेश पाल की पत्नी किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने इन्कार नहीं किया। उनका कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह राजनीति में भी आने को तैयार हैं। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की तरफ इशारा किया।

कोई निगाह रखे हुए है

जया पाल ने बताया कि उनके पति की हत्या के कुछ समय बाद एक काले रंग की वर्ना गाड़ी उनके घर के आसपास चक्कर काटते देखी गई। काफी देर देर तक यह गाड़ी घर के ईद-गिर्द घूमती रही। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में भी की है। उन्हें शक है कि कोई है, जो उनके व उनके परिवार पर निगाह रख रहा है।