बिहार के सीवान निवासी प्रकाशचंद्र मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र था। वह शनिवार रात अयोध्या घूमने जा रहे थे। रास्ते में हुए सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई।

लखीमपुर के जंगबहादुरगंज के पास सड़क हादसे में बिहार के सीवान निवासी एमबीबीएस छात्र प्रकाशचंद्र पांडेय की मौत हो गई। उसके दो साथी घायल हो गए। ये लोग कार से अयोध्या घूमने निकले थे। शनिवार रात करीब सवा एक बजे कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई थी।

सीवान के थाना मुफस्सिल के गांव भंटा पोखर निवासी डॉ. हरेराम पांडेय अपने बेटे प्रकाशचंद्र को भी डॉक्टर बनाना चाहते थे। प्रकाश हर रोज अपने घर पर फोन कर भाई और बहनों से पिता का ख्याल रखने के लिए कहते थे। रविवार सुबह जब उनकी मौत की खबर पहुंची तो परिवार में चीख-पुकार मच गई।

शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में पहुंचे पिता हरेराम पांडेय बेटे का शव देखकर बिलख पड़े। पोस्टमार्टम हाउस पर भी उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वह यही कहते रहे कि अब मेरा ख्याल कौन रखेगा। उनका छोटा बेटा सांत्वना देकर चुप कराने का प्रयास कर रहा था।

एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र था प्रकाशचंद्र 

प्रकाशचंद्र मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र था। शुक्रवार को वह अपने जूनियर समकित और प्रांजल के साथ मुरादाबाद से अयोध्या जाने के लिए निकला था। रास्ते में रात करीब सवा एक बजे कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई थी।

रफ्तार अधिक होने के कारण कार काफी दूर तक घिसटती चली गई। दरवाजा नहीं खुलने के कारण तीनों काफी देर तक कार में ही फंसे रहे। पुलिस ने घायलों को निकाला। प्रांजल और समकित को लखीमपुर के अस्पताल में भर्ती कराया। प्रकाशचंद्र को राजकीय मेडिकल कॉलेज शाहजहांपुर लाया गया।

डॉक्टर ने प्रकाशचंद्र को मृत घोषित कर शव को मोर्चरी में रखवा दिया। रविवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। बताते हैं कि तीनों छात्रों ने परीक्षा खत्म होने के बाद कॉलेज से तीन दिन का अवकाश भी लिया था, लेकिन रास्ते में ही यह हादसा हो गया।