पति को संदेह था कि पत्नी के किसी से संबंध थे। पति ने पत्नी की हत्या कर पत्थरों के साथ शव को बोरी में भरकर यमुना में फेंक दिया। अभी तक शव नहीं मिला है।

जेवर के छातंगा कला में एक युवक ने पत्नी की हत्या कर पत्थरों के साथ शव को बोरी में भरकर यमुना में फेंक दिया। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी पत्नी की झूठी गुमशुदगी दर्ज कराने थाने भी पहुंचा। बाद में पिता की शिकायत पर आरोपी पति पर हत्या का केस दर्ज कर पुलिस ने पूछताछ की तो वारदात का खुलासा हुआ। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस गोताखोरों और स्थानीय लोगों की मदद से यमुना में शव की तलाश में जुटी, लेकिन देर शाम तक शव नहीं मिला।

छातंगा गांव निवासी आरोपी पति सरवन सोमवार सुबह कोतवाली पहुंचा और पुलिस को पत्नी के रविवार रात से गुम होने की कहानी सुनाते हुए गुमशुदगी दर्ज कराई, तभी महिला के मायके वाले भी आ गए और सरवन पर हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दी। पुलिस ने सरवन से पूछताछ की तो सोमवार देर रात आरोपी ने पत्नी की हत्या करने की बात कबूली।

मंगलवार सुबह से पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से शव को तलाश करने का प्रयास किया। सफलता नहीं मिलने पर राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (स्टेट डिजास्टर रेंस्पांस फोर्स/ एसडीआरएफ) मेरठ के गोताखोरों की टीम पहुंची। सभी देर शाम तक जुटे रहे, लेकिन शव नहीं मिला। वहीं जानकारी मिलने पर लोगों की भीड़ पूरननगर गांव के पास नदी पर एकत्रित हो गई।

अवैध संबंध के शक में हत्या
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे संदेह था कि पत्नी के किसी से संबंध थे। आरोपी जब पत्नी पर आरोप लगाता तो दोनों में झगड़ा होता था। इसी बात को लेकर दोनों में रविवार रात कहासुनी हुई थी। इसके बाद पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के धारागढ़ी निवासी महिला के पिता भगत सिंह ने बताया कि बेटी की शादी 16 फरवरी 2010 को सरवन से की थी। उनकी नौ वर्ष की एक बेटी और सात व छह साल के दो बेटे हैं। मायकेवालों ने अवैध संबंधों के आरोप को निराधार और झूठा बताया है। उनका कहना है कि आरोपी अपने गुनाह को छिपाने के लिए बदनाम कर रहा है।

एक सप्ताह में दो महिलाओं की हत्या
एक तरफ ग्रेटर नोएडा के कामबख्शपुर गांव में अवैध संबंधों में आड़े आ रही पत्नी को पति ने भाई और भाभी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया तो दूसरी ओर जेवर के छातंगा गांव में अवैध संबंध के संदेह में पति ने पत्नी की हत्या करके शव यमुना नदी में फेंक दिया। दोनों घटनाएं जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।