कानपुर में बर्रा के कर्रही रोड पर हुक्काबार में डॉ दंपती की नाबालिग बेटी से दुष्कर्म के मामले में पुलिस अब जेल भेजे गए मुख्य आरोपी विनय ठाकुर और हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर के बैंक खातों का ब्योरा जुटा रही है। दरअसल डॉक्टर दंपती ने आरोपियों पर बेटी को ब्लैकमेल कर उनसे अलग-अलग खातों में ई-वायलेट के माध्यम से रुपये मंगवाने का आरोप लगाए थे। जिसके बाद पुलिस बैंक डिटेल को चार्जशीट में शामिल करने के बाद कोर्ट में दाखिल करेगी।

पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया कि विनय ठाकुर और हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर ने अन्य साथियों के साथ मिलकर बेटी को एटीएम समझ रखा था। उसे ब्लैकमेल कर रुपये मंगवाते थे। बेटी के बैंक खाते का स्टेटमेंट निकलवाया गया तो 10 से ज्यादा खाते बर्रा क्षेत्र के निकले, जिसमें रुपये बेटी के खाते से ट्रांसफर हुए थे। बेटी ने बताया कि विनय ब्लैकमेल कर अलग-अलग लोगों के ई-वायलेट के जरिए खातों में रुपये मंगवाता था। इसमें जेल गए एमजी कैफे हुक्काबार संचालक शोभित पाल, उसके भाई, रामवीर यादव समेत कई लोगों के नंबर के ई-वायलेट पर ट्रांजेक्शन हुए हैं। जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों के खातों के ट्रांजेक्शन की जांच करना शुरू कर दिया। थानाप्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि जेल भेजे गए आरोपियों के बैंक खातों का ब्योरा निकलवाया जा रहा हैं। जिसे विवेचना में शामिल कर जल्द ही मामले में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

यह था मामला
बर्रा थाना क्षेत्र निवासी डाक्टर दंपती की नाबालिग बेटी को हुक्काबार बुलाकर दुष्कर्म करने के बाद पीटा गया था। मामले में पीडि़ता के पिता ने मुख्य आरोपी विनय ठाकुर, हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर, अमन सेंगर और चार-पांच अन्य साथियों के खिलाफ नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म करने, मारपीट, धमकी आदि धारा में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने विनय और अजय ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।जबकि अमन सेंगर ने कोर्ट में आत्म समर्पण किया था। जबकि पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।