परिजनों ने बताया कि ग्रेजुएशन के बाद राहुल अपनी प्रेमिका दीपमाला के साथ शादी करना चाहता था लेकिन उसकी प्रेमिका दीपमाला चाहती थी कि राहुल गाजियाबाद में ही रह कर कोई काम करे।

गाजियाबाद के गांव घूकना में प्रेमिका की हत्या कर खुद जहर खाकर जान देने वाले राहुल का शव शुक्रवार देर शाम बुलंदशहर के ककोड़ स्थित गांव पहुंचा। जहां परिजनों ने प्रेमिका के परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राहुल की पीट कर हत्या की गई है। उसके पिता बार-बार फफक कर बेसुध हो रहे थे। देर शाम शव गांव पहुंचने के बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।

ककोड़ थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर जाट निवासी मृतक राहुल चौधरी के पिता रविकरण व अन्य परिजनों ने बताया कि राहुल का बड़ा भाई प्रवेश गाजियाबाद में शीशे का कारोबार करता है। करीब पांच वर्ष पूर्व राहुल ने गाजियाबाद के एक कॉलेज से बीए किया था।

बताया गया कि उसी दौरान राहुल की गाजियाबाद के घूकना निवासी दीपमाला से मुलाकात हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए थे। दोनों के इस प्रेम प्रसंग के बारे में परिजनों को भी जानकारी थी। करीब दो वर्ष पूर्व रविकरण ने अपनी सबसे छोटी पुत्री का विवाह किया था। इसके लिए उन्होंने अपनी जमीन का कुछ हिस्सा भी बेच दिया था।

उसी दौरान राहुल ने दीपमाला के परिजनों को जरुरत पड़ने पर करीब पांच से छह लाख रुपये भी दिए थे। जो कि जल्द ही वापस देने की बात हुई। लेकिन, उन्होंने वह रुपये वापस नहीं किए थे। परिजनों ने दीपमाला के परिजनों पर और भी आरोप लगाए हैं। साथ ही आशंका जताई है कि हो सकता है रुपये वापस न देने को लेकर दीपमाला के परिजनों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है। उनके पुत्र की भी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है।

गाजियाबाद में ही रहो, तब करूंगी शादी

परिजनों ने बताया कि ग्रेजुएशन के बाद राहुल अपनी प्रेमिका दीपमाला के साथ शादी करना चाहता था लेकिन उसकी प्रेमिका दीपमाला चाहती थी कि राहुल गाजियाबाद में ही रह कर कोई काम करे। उसने राहुल से कहा था कि जब वह गाजियाबाद में रहना शुरू कर देगा, तभी वह उससे शादी करेगी। इसके लिए राहुल ने अपने भाई के साथ काम भी शुरू कर दिया था। लेकिन, उसमें सफल नहीं हो सका था। वह अपने पिता के साथ खेतीबाड़ी भी करता था। कभी-कभी अपने भाई के पास गाजियाबाद चला जाया करता था।

सभी भाई-बहनों की हो चुकी है शादी
मृतक राहुल कुल सात भाई बहन हैं। जिनमें पांच बहनें व दो भाई हैं। राहुल सभी भाई-बहनों में छठे नंबर का था। भाई प्रवेश समेत सभी बहनों की शादी हो चुकी है। लेकिन, अभी तक राहुल का विवाह नहीं हुआ था। परिजन उसके लिए लड़की भी देखना चाहते थे। लेकिन, वह दीपमाला से ही शादी करने की बात पर अड़ा हुआ था।

बीते काफी समय से रह रहा था परेशान
परिजनों का कहना है कि राहुल बीते काफी समय से अवसाद में चल रहा था। घर में भी वह चुपचाप ही रहता था। वारदात से करीब दो-तीन दिन पूर्व ही वह गाजियाबाद अपने भाई के पास जाने की बात कह कर निकला था।