गुरुग्राम। गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में रविवार को शौर्य दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर सीआरपीएफ कैंप में नौ अप्रैल 1965 में गुजरात में पाकिस्तान सैनिकों से लड़ाई के दौरान शहीद हुए छह जवानों को याद किया। सीआरपीएफ के अधिकारियों द्वारा कैंप में स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों के नाम पर पुष्प अर्पण किए गए। पाकिस्तान की तरफ से गुजरात के कच्छ में घुसने के दौरान सीआरपीएफ ने उनके 34 सैनिकों मार गिराया था।
इस मौके पर अधिकारियों ने बताया कि 1965 से पाकिस्तान के साथ चल रहा था। आठ अप्रैल की देर रात को पाकिस्तान की 51 इन्फैंट्री ब्रिगेड के 35 जवानों की टुकड़ी ने गुजरात के कच्छ के हिस्से से भारत में घुसना शुरू कर दिया था। इस दौरान सरदार पोस्ट पर देश सेवा के लिए तैनात सीआरपीएफ की टुकड़ी में सिर्फ 150 जवान तैनात थे। जवानों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए पाकिस्तान सेना के 34 सैनिकों को मार गिराया । इसके अलावा चार सैनिकों को भी गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की थी। इस लड़ाई के दौरान सीआरपीएफ के छह सैनिक शहीद हो गए थे। उन्हीं की याद में सीआरपीएफ शौर्य दिवस का आयोजन किया जाता है।