सीएचसी हवासपुर के अधीक्षक डॉ. सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि गर्दन में गंभीर घाव होने पर युवक को हैलट भेजा गया है। निरीक्षक मंगलपुर एसएन सिंह ने बताया कि नाबालिग के अपहरण के आरोपी ने टिन के डब्बे से गर्दन जख्मी कर ली।

कानपुर देहात स्थित मंगलपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले के आरोपी ने थाने में टिन के मग (डिब्बे) के धारदार सिरे से गर्दन काट ली। गहरे घाव से दर्द पर उसके चिल्लाने व बहता खून देखकर पुलिस कर्मियों के हाथपांव फूल गए। पहले उसे हवासपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे हालत नाजुक होने पर कानपुर हैलट भेजा गया है।

मंगलपुर थाना के एक गांव से नाबालिग लड़की 16 फरवरी को स्कूल जाने के लिए निकली थी। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। लकड़ी के पिता ने दूसरे दिन घर के सामने प्लांट में काम करने वाले मध्यप्रदेश के सतना टिकुरिया टोला नरवन चौराहा वार्ड 44 निवासी आलोक गुप्ता के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पुलिस नाबालिग लड़की की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही थी। रविवार को पुलिस टीम को आरोपी आलोक सतना में मिल गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नाबालिग लकड़ी को बरामद कर लिया। सोमवार को नाबालिग लड़की को मेडिकल के लिए भेजा गया था। जबकि आलोक को थाना हवालात के बाहर पूछताछ के लिए बैठाया गया था। दोपहर बाद नजदीक ही पानी पीने के लिए रखे लोहे के मग के धारदार सिरे से आलोक ने गर्दन पर वार किए। गर्दन पर गहरे घाव से दर्द उठने पर वह चिल्ल्लाने लगा तब पुलिस कर्मी दौड़ कर पहुंचे। उसे पुलिस वाहन से तत्काल हवासपुर सीएचसी ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने भर्ती कर प्राथमिक उपचार किया।

इसके बाद हालत नाजुक होने पर कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। इधर थाने पहुंचे एएसपी राजेश पांडेय ने निरीक्षक ने घटनाक्रम की जानकारी ली। सीएचसी हवासपुर के अधीक्षक डॉ. सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि गर्दन में गंभीर घाव होने पर युवक को हैलट भेजा गया है। निरीक्षक मंगलपुर एसएन सिंह ने बताया कि नाबालिग के अपहरण के आरोपी ने टिन के डब्बे से गर्दन जख्मी कर ली। हैलट में उपचार हो रहा है।

नाबालिग लड़की और उसे ले जाने के आरोपी दोनों रविवार को मिले। पीड़िता को मेडिकल की कार्रवाई के लिए भेजा गया है। जबकि आरोपी ने थाना में खुद को चुटहिल कर लिया। उसका हैलट में उपचार कराया जा रहा है। घायल आरोपी की हालत स्थित बनी है। नियमानुसार केस में आगे की कार्रवाई की जाएगी।