साउथ निर्देशक-अभिनेता विश्वक सेन की फिल्म ‘दास की धमकी’ इस साल तेलुगु नव वर्ष पर रिलीज हुई। अब यह फिल्म 14 अप्रैल को हिंदी में रिलीज करने जिसके प्रमोशन के लिए विश्वक मुंबई आए। बुधवार को मुंबई में इसका हिंदी ट्रेलर भव्य लॉन्च किया गया। लॉन्च के दौरान वहां विश्वक सेन, निवेथा पेथूराज, अक्षरा गोवड़ा मौजूद थे। इस लॉन्च के दौरान विश्वक बताते हैं कि कैसे उनको ‘मास का दास’ के नाम से देश भर में पहचान मिली।

 

 

लॉन्च के दौरान अपनी फिल्म के बारे में बात करते हुए विश्वक कहते हैं ‘आज एकदम से ऐसा लग रहा है जैसे यह मेरी पहली फिल्म हो, अचानक पहली फिल्म की तरह चिंता होने लगी है क्योंकि नई जगह, नए लोगों के बीच में बोल रहा हूं। मुझे याद है तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में भी ऐसे ही शुरुआत हुई थी। छोटे से मंच पर, छोटी सी फिल्म से शुरू किया था। हम लोग किसी फिल्म के रिलीज होने से पहले ही किसी फिल्म की ऊंचाइयों को नाप लेते हैं लेकिन कई बार रिलीज होने के बाद छोटी फिल्म बड़ी हो जाती है और बड़ी फिल्म छोटी हो जाती है। मुझे याद है फलकनामा जैसी छोटे बजट की फिल्म से ही लोग आज मुझे ‘मास का दास’ बुलाते हैं। जब मेरे बारे में किसी को पता भी नहीं था तब मुझे मेरे लोगों से जो प्यार मिला उसका मैं हमेशा आभारी रहूंगा। और यही आशा मैं हिंदी दर्शकों से भी करता हूं।’

फिल्म को ईद के मौके पर रिलीज करने के पीछे की वजह बताते हुए विश्वक कहते हैं ‘दरअसल हमने इस फिल्म को एक साथ पांच भाषाओं में रिलीज करने के लिए सोचा था लेकिन 22 मार्च को तेलुगू नव वर्ष उगाडी था तो हमने फिल्म को बुधवार को रिलीज कर दिया। यहां हिंदी में फिल्में शुक्रवार को रिलीज होती हैं इसलिए हमको रुकना पड़ा। अब हम आ गए हैं, आगे क्या होगा यह तो देखने की बात है लेकिन ‘दास का धमकी’ तेलुगू इंडस्ट्री में ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी।’

मुंबई और हिंदी फिल्मों के साथ अपना रिश्ता बताते हुए विश्वक कहते हैं ‘मैं अनुपम खेर के फिल्म स्कूल से एक साल प्रशिक्षण के लिए मैं मुंबई में था। मुंबई हमेशा से मेरा पसंदीदा शहर रहा है और अब जब मैं अपना काम शुरू कर रहा हूं तो अपने काम से शोर यहां भी मचाना चाहता हूं। हमने हिंदी डबिंग के दौरान फिल्म की क्वॉलिटी से कोई समझौता नहीं किया है।’