उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी असद अहमद और गुलाम को पुलिस ने झांसी में मार गिराया है। बताया जा रहा है कि झांसी में पुलिस ने दोनों को मार गिराया। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को काफी दिनों से पुलिस खोजबीन कर रही थी।

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी असद अहमद और गुलाम को पुलिस ने झांसी में मार गिराया है। बताया जा रहा है कि झांसी में पुलिस ने दोनों को मार गिराया। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को काफी दिनों से पुलिस खोजबीन कर रही थी। असद और गुलाम पर पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

सीसीटीवी में गोली चलते आया था नजर
अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। वह सीसीटीवी में गोली चलाते हुए नजर आया था। उमेश पाल जैसे ही गाड़ी से उतरते हैं तो पहली गोली अशोक चौधरी उर्फ उस्मान चलाता है, इसके बाद गुलाम फायरिंग शुरू कर देता है। इसी बीच सड़क पर डिवाइडर के इस बार कार में बैठकर घटना को देख रहा असद कार का गेट खोलकर उमेश पाल की ओर दौड़ा और उमेश पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा। इसके बाद आराम से कार में बैठकर रवाना हो जाता है।

एसटीएफ की तेज तर्रार टीम लगाई गई थी पकड़ने के लिए
असद और अन्य शूटरों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की तेज तर्रार टीम लगाई गई थी। अमिताभ यश, अनंत देव के अलावा अन्य कई अधिकारियों को लगाया गया था। पुलिस इनकी काफी दिनों से खोजबीन कर रही थी।

अतीक के परिवार पर पहली बार बड़ी कार्रवाई

माफिया अतीक अहमद के परिवार पर पहली बार बड़ी कार्रवाई की गई है। अभी तक घटनाओं को अंजाम देने के बाद सरेंडर करके माफिया और उसके गुर्गे पुलिस की गोली से बच जाते थे, लेकिन उमेश पाल हत्याकांड अतीक के लिए काफी महंगा सौदा साबित हुआ। वर्चस्व बचाने के लिए अंजाम दिए गए इस वारदात ने सही मायने में अतीक के रसूख को मिट्टी में मिला दिया।

केशव बोले – जो जैसा करेगा उसको सजा मिलेगी

प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो जैसा करेगा उसे वैसी सजा कानून के हिसाब से मिलेगी। अगर पुलिस इनको पकड़ कर लाया जाता तब भी कानून के अनुसार इन्हें फांसी की सजा की ही मिल सकती थी। असद मारा गया है। उसके पिता और चाचा कोर्ट के कटघरे में खड़े हैं। अपराधी किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। कानून के अनुसार उन्हें सजा मिलेगी। समाजपादी पार्टी अपराध पर राजनीति करती है और माफिया को वोट बैं की नजर से देखती है। अपराधी सिर्फ अपराधी होता है।

उमेश की मां और पत्नी ने कहा था खून क बदला खून चाहिए

उमेश पाल की मां शांति पाल और पत्नी जया पाल लगातार इस बात को दोहरा रही थी कि खून का बदला खून होना चाहिए, जिस तरह से उनके बेटे को मारा गया है उसी तरह अतीक के बेटे को भी मारा जाना चाहिए, ताकि उसे पता चले कि बेटे की मौत का गम कितना बड़ा होता है। शांति पाल ने कहा था कि जैसे वह बेटे के गम में तड़प रही है वैसे शाइस्ता और अतीक भी तड़पें तभी उनके कलेजे को ठंडक मिलेगी।