असद लंदन से कानून की पढ़ाई करना चाहता था। उसने यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, टेक्सन यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन भी किया था।
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और एक शार्प शूटर गुलाम अहमद को आज एनकाउंटर में यूपी एटीएस की टीम ने ढेर कर दिया। दोनों का खात्मा झांसी में हुआ। यूपी पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे दोनों अपराधियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थे छह शूटर
बता दें कि उमेश पाल की हत्या में छह शूटर शामिल थे। असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, साबिर, उस्मान उर्फ विजय चौधरी और अरमान जिनमें से दो को एसटीएफ ने आज एनकाउंटर में मार गिराया और दो (अरबाज और उस्मान उर्फ विजय) को पहले ही ढेर कर चुकी है।
बता दें कि उमेश पाल की हत्या में छह शूटर शामिल थे। असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, साबिर, उस्मान उर्फ विजय चौधरी और अरमान जिनमें से दो को एसटीएफ ने आज एनकाउंटर में मार गिराया और दो (अरबाज और उस्मान उर्फ विजय) को पहले ही ढेर कर चुकी है।
तीसरे नंबर का बेटा था असद
झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया असद अतीक अहमद के तीसरे नंबर का बेटा था। बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है। दूसरे नंबर का अली नैनी जेल में है। चौथे और पांचवे नंबर के नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह राजरूपपुर में हैं।
झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया असद अतीक अहमद के तीसरे नंबर का बेटा था। बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है। दूसरे नंबर का अली नैनी जेल में है। चौथे और पांचवे नंबर के नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह राजरूपपुर में हैं।
पासपोर्ट वैरीफिकेशन हो जाता तो लंदन में होता असद
असद लंदन से कानून की पढ़ाई करना चाहता था। उसने यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, टेक्सन यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन भी किया था। उसने पासपोर्ट के लिए भी एप्लाई किया था। हालांकि अतीक और परिवार के आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस ने वैरीफिकेशन पर आपत्ति लगा दी थी। इसी कारण असद का पासपोर्ट लटक गया।
असद लंदन से कानून की पढ़ाई करना चाहता था। उसने यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, टेक्सन यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन भी किया था। उसने पासपोर्ट के लिए भी एप्लाई किया था। हालांकि अतीक और परिवार के आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस ने वैरीफिकेशन पर आपत्ति लगा दी थी। इसी कारण असद का पासपोर्ट लटक गया।
पिता की गैंग को संभालने वाला नहीं बचा था कोई
असद के सामने पिता और दोनों भाइयों के जेल जाने के बाद गैंग को संभालने की चुनौती थी। इन तीनों के सलाखों के पीछे होने के कारण असद उमेश पाल हत्याकांड में शामिल होना पड़ा। जानकारी ये भी है कि 24 फरवरी 2023 को जब उमेश पर हमला किया गया उस दिन असद को कार में ही बैठना था, लेकिन वो ताव में आकर कार से बाहर निकला और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा। हमले के बाद का सीसीटीवी फुटेज जब सामने आया तो यह क्लियर हो गया कि असद अब अपने पिता की तरह ही जुर्म के रास्ते पर चल दिया है।
असद के सामने पिता और दोनों भाइयों के जेल जाने के बाद गैंग को संभालने की चुनौती थी। इन तीनों के सलाखों के पीछे होने के कारण असद उमेश पाल हत्याकांड में शामिल होना पड़ा। जानकारी ये भी है कि 24 फरवरी 2023 को जब उमेश पर हमला किया गया उस दिन असद को कार में ही बैठना था, लेकिन वो ताव में आकर कार से बाहर निकला और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा। हमले के बाद का सीसीटीवी फुटेज जब सामने आया तो यह क्लियर हो गया कि असद अब अपने पिता की तरह ही जुर्म के रास्ते पर चल दिया है।