विश्व हिंदू परिषद ने बयान जारी कर कहा कि शूटरों का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं है। यह अफवाह है जो कि पूरी तरह भ्रामक है।
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को हत्या करने वाले शूटरों का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं है। विश्व हिंदू परिषद ने यह जानकारी अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दी।
ट्वीट में लिखा गया है कि अतीक की हत्या में बजरंग दल का नाम लेकर अफवाह उड़ाई जा रही है, जो पूरी तरह भ्रामक है। हत्या करने वाले कौन हैं, इसकी जांच सरकार करा रही है। सत्य सामने आ जाएगा।
पुलिस का दावा है कि अतीक और अशरफ की हत्या में गिरफ्तार तीनों आरोपी लवलेश, सनी और अरुण कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं और वे एक-दूसरे को पहले से नहीं जानते थे। तीनों अलग जिलों के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस को बताया, वे अतीक व अशरफ की हत्या कर अपराध की दुनिया में शोहरत कमाना चाहते थे। तीनों ने एक समाचार वेबसाइट का फर्जी पहचानपत्र भी बनवा रखा था।
आरोपी लवलेश (22) बांदा के क्योटरा मोहल्ले का निवासी है। उसके पिता यज्ञ कुमार ड्राइवर हैं। पिता ने बताया कि लवलेश नशे का आदी है। छेड़खानी में डेढ़ साल जेल काट चुका है।
दूसरा आरोपी सनी सिंह (23) हमीरपुर के कुरारा का रहने वाला है। उसके खिलाफ लूट, अवैध वसूली व अन्य अपराधों में कुल 16 मुकदमे दर्ज हैं।
तीसरा आरोपी, अरुण मौर्य (18) कासगंज के सोरोंजी थाना क्षेत्र के कादरवाड़ी गांव का मूल निवासी है। वह पानीपत में रहता है। उसके पिता गांव में गोलगप्पे का ठेला लगाते हैं। घटना की जानकारी के बाद परिवार घर बंदकर गायब है।