बाहुबली विधायक अब्बास को चित्रकूट की जेल से कासगंज जेल में 14 फरवरी को लाया गया। तभी से वह यहां के जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। दो महीने से ज्यादा समय अब्बास को हो चुका है। अब्बास के परिवार के लोग उसे कासगंज की जेल में शिफ्ट कराने पर पहले ही एतराज जता चुके हैं।

प्रयागराज में हुई माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद के हत्या के बाद कासगंज जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक अब्बास अंसारी की सुरक्षा को लेकर उसके परिवार वाले भी डरे हुए हैं। अब्बास को लेकर भी उसके घरवाले चिंतत हैं और पूर्व में उसकी जान को खतरे की आशंका जता चुके हैं।

चित्रकूट की जेल से कासगंज की पचलाना जिला जेल में शिफ्ट किए पूर्व विधायक अब्बास हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद हैं। ड्रोन और बॉडी वार्न कैमरे से निगरानी की जा रही है। ऐसे में ऑन लाइन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अब्बास की कोर्ट में पेशी होती है। जेल से अभी तक उसे किसी न्यायालय में पेशी के लिए नहीं ले जाया गया है।

बाहुबली विधायक अब्बास को चित्रकूट की जेल से कासगंज जेल में 14 फरवरी को लाया गया। तभी से वह यहां के जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। दो महीने से ज्यादा समय अब्बास को हो चुका है। अब्बास के परिवार के लोग उसे कासगंज की जेल में शिफ्ट कराने पर पहले ही एतराज जता चुके हैं। माफिया अतीक अहमद व अशरफ की हत्या के बाद से अब्बास के परिजनों का चिंतित होना स्वाभाविक है।

अब्बास के अधिवक्ता पेशी से पहले कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेश होने का आदेश न्यायालय से प्राप्त कर जेल प्रशासन को देते हैं। इसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग से उसकी कोर्ट में पेशी होती है।

विधायक अब्बास हाई सिक्योरिटी बैरक में कड़ी सुरक्षा में बंद हैं। ड्रॉन कैमरे और बॉडी वार्न कैमरे से निगरानी की जा रही है। वीडियो कांफ्रें सिंग के माध्यम से न्यायालय में पेशी होती है। फिलहाल कोई समस्या नहीं है- विक्रम सिंह, जेल अधीक्षक, जिला जेल।