लखीमपुर खीरी। नेपाल के शुक्लाफांटा से जंगली हाथियों का एक दल एक बार फिर दुधवा टाइगर रिजर्व आ पहुंचा है। इस बार जंगली हाथियों के इस दल ने दुधवा टाइगर रिजर्व के कोर जोन दक्षिणी सोनारीपुर में डेरा डाला है। हाथियों के इस दल में 35 से 40 हाथी है। पर्यटकों ने भी जंगली हाथियों के इस दल को विचरण करते हुए देखा और उनके फोटो क्लिक किए।

दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बी. प्रभाकर ने बताया कि नेपाल से प्रचलित कॉरिडोर से चलकर जंगली हाथियों का एक दल कोर जोन में पहुंचा है। नेपाल से जंगली हाथियों का दुधवा के जंगलों में आना और यहां कुछ महीने तक प्रवास करना कोई नई बात नहीं हैं लेकिन कोर जोन में लंबे अरसे बाद नेपाल से हाथी आए हैं। वनकर्मियों को इन हाथियों की लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि नेपाल से आए जंगली हाथियों के इस दल में 35 से 40 हाथी हैं। इनमें तीन चार बच्चे और दो टस्कर भी शामिल हैं।

इससे पहले नेपाली हाथियों ने मोहम्मदी रेंज में तीन महीने किया था प्रवास
इससे पहले अगस्त 2022 में नेपाल के शुक्लाफांटा से आए नेपाली हाथियों के दो दलों ने लंबे समय तक मोहम्मदी रेंज में प्रवास किया था। यह हाथी शुक्लाफांटा से चलकर संपूर्णानगर रेंज, पीलीभीत टाइगर रिजर्व होते हुए 19 जुलाई 2022 को किशनपुर सेंक्चुरी पहुंचे। वहां से चलकर बफर जोन की मैलानी रेंज होते हुए दक्षिण खीरी वन प्रभाग की मोहम्मदी रेंज जा पहुंचे और वहां डेरा ही डाल दिया। इस दौरान हाथियों ने जंगल के आस पास खेतों में फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया। भारतीय जंगल में करीब 200 दिन प्रवास के बाद 02 मार्च 2023 को हाथी नेपाल वापस चले गए। नेपाल के हाथियों का यह सबसे लंबा प्रवास था।