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अलग है 16 दिसंबर को मनाया जाने वाला विजय दिवस 26 जुलाई के कारगिल विजय दिवस से

Kargil Vijay Diwas 2023 वर्ष 1999 में आज ही के दिन यानी 26 जुलाई को भारतीय सेनाओं ने लदाख के कारगिल जिले के उत्तरी हिस्से में पाकिस्तान की सेना को हराकर विजय पताका फहराई थी। वहीं तारीख 16 दिसंबर 1971 को भी भारत और पाकिस्तान की बीच हुए युद्ध में भारत की जीत को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

आज यानी बुधवार, 26 जुलाई को पूरा देश कारगिल विजय दिवस मना रहा है। वर्ष 1999 में आज ही के दिन यानी 26 जुलाई को भारतीय सेनाओं ने लदाख के कारगिल जिले के उत्तरी हिस्से में पाकिस्तान की सेना को हराकर विजय पताका फहराई थी। भारत-पाकिस्तान के बीच लगभग 2 माह तक चली इस युद्ध के लिए भारतीय सेनाओं द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन विजय’ से सफल होने की घोषणा 14 जुलाई को की गई थी और 26 जुलाई को यह युद्ध पूरी तरह से समाप्त हो गया था। इसके बाद से हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस साल इसकी 24वीं वर्षगांठ है।

Kargil Vijay Diwas 2023: अलग है 16 दिसंबर को मनाया जाने वाला विजय दिवस

कारगिल विजय दिवस के साथ ही भारतीय सशस्त्र सेनाओं की वीरगाथा यहीं समाप्त नहीं होती। तारीख 16 दिसंबर 1971 को भी भारत और पाकिस्तान की बीच हुए युद्ध में भारत की जीत को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी युद्ध के बाद पाकिस्तान दो हिस्सों में बट गया था और जिसे पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) और पश्चिमी पाकिस्तान (अब पाकिस्तान) कहते हैं, यानी भारतीय सेनाओं के 16 दिसंबर 1971 की विजय के बाद बांग्लादेश का एक स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर निर्माण हुआ। इस कारण से इस तारीख को बांग्लादेश में ‘बांग्लादेश लिबरेशन वार डे’ या बिजॉय दिवॉस (Bijoy Dibos) भी कहा जाता है। दूसरी तरफ, वर्ष 1971 के युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं की बहादुरी और बलिदान के सम्मान में हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है।

हालांकि, चाहे 26 जुलाई का कारगिल विजय दिवस हो या 16 दिसंबर का विजय दिवस दोनों ही भारतीय सशस्त्र सेनाओं की बहादुरी और बलिदान को प्रदर्शित करता है। दोनों ही अवसरों पर पूरे देश में तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इन शहीदों को याद किया जाता है।

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