तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार को राजनीतिक विश्लेषक और लेखक बद्री शेषाद्री को उनके आवास से गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी कदुर गांव के सामाजिक कार्यकर्ता और वकील कवियारासु की शिकायत के आधार पर की गई है। लेखक बद्री शेषाद्री पर प्रधान न्यायाधीश की आलोचना करने का आरोप है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बद्री शेषाद्री को उनके मायलापुर स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया है।

तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार को राजनीतिक विश्लेषक और लेखक बद्री शेषाद्री को उनके आवास से गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी कदुर गांव के सामाजिक कार्यकर्ता और वकील कवियारासु की शिकायत के आधार पर की गई है।

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि लेखक बद्री शेषाद्री पर मणिपुर हिंसा मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट और प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की आलोचना करने का आरोप है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक,

“बद्री शेषाद्री को उनके मायलापुर स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद बद्री शेषाद्री को पेरम्बलूर जिला पुलिस मुख्यालय लाया गया।”

कौन-कौन सी लगीं धाराएं?

पुलिस के मुताबिक, बद्री शेषाद्रि के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153, 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 505 1 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वहीं, तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने बद्री शेषाद्रि की गिरफ्तारी की निंदा की और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,

“डीएमके सरकार आम लोगों को उनकी राय के लिए निशाना बना रही है।”