पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी को महज 15 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। पुलिस ने इस संबंध में आरोपी अमनदीप को हरियाणा को रोहतक स्थित उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया है।
शाहदरा जिला के जगतपुरी इलाके में बुजुर्ग कुलदीप सिंह (71) की हत्या और एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी को महज 15 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। पुलिस ने इस संबंध में आरोपी अमनदीप को हरियाणा को रोहतक स्थित उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर मृतक की स्कूटी और उनका मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। शुरुआती जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि 16 लाख रुपये के लेनदेन के विवाद में हत्याकांड को अंजाम दिया गया। आशंका व्यक्त की जा रही है कि गला या मुंह दबाकर उनको मौत के घाट उतारा गया। मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल पाएगा। पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब 2.45 बजे जगतपुरी थाना पुलिस को एक कॉल मिली। कॉलर मीनू सलूजा ने बताया कि उसके पिता कुलदीप सिंह को किसी ने अगवा कर लिया है। आरोपी ने उनके मोबाइल फोन से ही कॉल कर पिता को सकुशल छोड़ने के बदले एक करोड़ की फिरौती मांगी है। आरोपी ने दो घंटे के भीतर रकम का इंतजाम करने के लिए कहा। कॉल मिलते ही जिले में अफरा-तफरी मच गई। मामला दर्ज कर गई टीमों का गठन कर दिया गया। मृतक के मोबाइल की कॉल लोकेशन निकालने के अलावा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई। बेटी मीनू ने बताया कि उसके पिता सुबह 10 बजे अपने दफ्तर साउथ अनारकली से गायब थे।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पड़ताल की गई। चार किलोमीटर में करीब 70 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल के बाद पुलिस को पता चला कि कुलदीप ने अपनी स्कूटी कृष्णा नगर लाल क्वार्टर मार्केट में स्टिच हुड्स डिजाइन शॉप के बाहर सुबह 10.19 बजे खड़ी की थी। दुकान को पिता के जानकार अमनदीप ने किराए पर लेकर बुटीक खोला हुआ था। अमनदीप को भी इस दुकान पर देखा गया। कुलदीप दुकान में जाते हुए दिखे, लेकिन वह बाहर नहीं निकले। करीब दो घंटे बाद अमनदीप दुकान में ताला लगातार चला गया। इसके बाद वह दोबारा 1.40 बजे आया और पीड़ित की स्कूटी भी अपने साथ ले गया। दुकान में ताला लगा था। पुलिस ने शटर का ताला तोड़ा तो अंदर कुर्सी से बंधी कुलदीप की लाश मिली। उनके हाथ और मुंह बंधा हुआ था। कुर्सी समेत कुलदीप भी जमीन पर पड़े थे। क्राइम टीम के अलावा एफएसएल की टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया गया।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी अमनदीप…
अमनदीप की दुकान में कुलदीप की लाश मिलने के बाद पुलिस को यकीन हो गया कि कुलदीप की हत्या अमनदीप ने की है। पुलिस उसको ढूंढते हुए ट्रांसफारमर वाली गली, न्यू लॉयलपुर, कृष्णा नगर पहुंची। वहां पहुंचने पर उसके परिवार ने बताया कि अमनदीप तो अपने रिश्तेदार के यहां जाने की बात कर घर से निकल गया है। पुलिस ने फौरन उसकी तलाश के लिए छह टीमों का गठन कर दिया। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आरोपी की लोकेशन रोहतक हरियाणा की मिली। पुलिस की टीम हरियाणा पहुंची और आरोपी अमनदीप को दबोच लिया। आरोपी ने हत्या की बात कबूल कर ली।
16 लाख रुपयों को लेकर था विवाद…
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि कुलदीप ने अमनदीप और रमेश नामक एक शख्स के साथ एक प्रॉपर्टी की डील करवाई थी। उसमें कमीशन के रूप में अमनदीप को 16 लाख रुपये मिलना था। आरोप है कि इन रुपयों की लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। अमनदीप अपने रुपये मांग रहा था, लेकिन कुलदीप रुपये नहीं दे रहे थे। अमनदीप ने परिवार के साथ लॉयलपुर कृष्णा नगर में रह रहा था। वह प्रॉपर्टी के अलावा पत्नी के साथ बुटीक चला रहा था। उसे रुपयों की सख्त जरूरत थी। उसने कुलदीप पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। रुपये न मिलने पर उसने अपने दफ्तर बुलाकर कुलदीप की हत्या कर दी।
प्रॉपर्टी डीलिंग के अलावा है डेयरी फॉर्म…
कुलदीप के परिजनों ने बताया कि उनके परिवार में पत्नी के अलावा चार बेटियां और एक बेटा हनी सिंह है। परिवार साउथ अनारकली इलाके में रहता है। पिता-पुत्र एरिया में प्रॉपर्टी डीलिंग के अलावा डेयरी फॉर्म भी चलाते हैं। कुलदीप का गाजीपुर डेयरी फॉर्म एरिया में अपने डेयरी फॉर्म है। वहां दूध की सप्लाई का काम किया जाता है। दोपहर के समय आरोपी अमनदीप ने कॉल कर हनी से ही बात करने के लिए कहा था। लेकिन उस समय उसकी हनी से बात नहीं हो पाई थी।