दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि 90 दिन में दुधवा के सभी गैंडों के नमूने एकत्र कर डीएनए जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान भेजे जाएंगे, जहां सभी गैंडों की अलग-अलग डीएनए प्रोफाइल तैयार होगी।
दुधवा टाइगर रिजर्व में गैंडों की डीएनए प्रोफाइल तैयार करने के लिए मंगलवार को नमूना एकत्र करने का काम शुरू कर दिया गया है। डीएनए सैंपल एकत्र करने का काम नब्बे दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही साइटिंग के आधार पर गैंडों की गणना का काम भी बुधवार से शुरू हो रहा है।
दुधवा के गैंडों की डीएनए प्रोफाइल बनाने के लिए वनकर्मियों को दो दिवसीय प्रशिक्षण 10 और 11 मार्च को दिया गया। सोमवार से गैंडा पुनर्वासन योजना फेज-1 और फेज-2 में डीएनए सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले दिन वनकर्मियों ने गैंडों के मल, मूत्र, बाल आदि के नमूने लेकर उन्हें संरक्षित किया।
दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर बी. प्रभाकर ने बताया कि 90 दिन में दुधवा के सभी गैंडों के नमूने एकत्र कर डीएनए जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान भेजे जाएंगे, जहां सभी गैंडों की अलग-अलग डीएनए प्रोफाइल तैयार होगी। इस दौरान जिन गैंडों का नामकरण नहीं हुआ है, उनका नामकरण भी किया जाएगा ताकि गैंडा पुनर्वासन के सभी गैंडों को अपनी अलग पहचान मिल सके।