दुनिया में कई रेल रूट इतना लंबा है कि उससे यात्रा दो-चार में भी पूरी नहीं होती, बल्कि इसके लिए पूरे एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त लग जाता है। वहीं, दुनिया के 5 सबसे लंबे रेल रूट की लिस्ट में भारत भी शामिल है।

लोगों के पास वक्त की कमी होती जा रही है। ऐसे में अब वे एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए फ्लाइट्स को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बीते कुछ समय में लोगों के बीच विमान से सफर करने का चलन तेजी से बढ़ा है, लेकिन अभी भी आंकड़ों को देखें तो ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की तादाद कई गुना ज्यादा है। हालांकि, लंबे सफर के दौरान ट्रेन में बैठे-बैठे यात्री थक भी जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे लंबे रूट पर सफर करने में कितना वक्त लग जाता है?

दरअसल, दुनिया में कई रेल रूट इतना लंबा है कि उससे यात्रा दो-चार में भी पूरी नहीं होती, बल्कि इसके लिए पूरे एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त लग जाता है। वहीं, दुनिया के 5 सबसे लंबे रेल रूट की लिस्ट में भारत भी शामिल है। सबसे लंबा रेल रूट विदेश में है।

मॉस्‍को शहर से प्‍योंगयांग 

दुनिया का सबसे लंबा ये रेल सफर रूस के मॉस्‍को शहर से नॉर्थ कोरिया के प्‍योंगयांग शहर तक किया जाता है। रूस के मॉस्को से उत्तरी कोरिया के शहर प्योंगयांग तक का ये दुनिया का सबसे लंबा सफर 10,214 किलोमीटर का है। इस सफर को ट्रांस-साइबेरियन ट्रेन पूरा करती है। दुनिया के इस सबसे लंबे रेल सफर पर जाने वाली ट्रेन 16 प्रमुख नदियों को पार करते हुए 87 शहरों से गुजरती है। इसे पूरा करने में 7 दिन से ज्यादा का वक्त लगता है। 1916 में शुरू हुआ ट्रांस-साइबेरियन रेलवे, यात्रियों को मास्को से रूस के ही व्लादिवोस्तोक तक की यात्रा भी कराता है।

टोरंटो से वैंकूवर का सफर

दूसरा सबसे लंबा रेल रूट टोरंटो से वैंकूवर के बीच है। इसकी लंबाई 4,466 किलोमीटर है। इस सफर को पूरा करने में 4 दिन का समय लगता है। कनाडा का यह रेल मार्ग उत्तरी अमेरिका का सबसे लंबा रेल मार्ग है।

शंघाई-ल्हासा रेल रूट

इसके बाद शंघाई-ल्हासा रेल रूट का नंबर आता है। यह सफर 4373 किलोमीटर लंबा है। इस सफर को पूरा करने में ट्रेन 46 घंटे 44 मिनट यानी लगभग 2 दिनों का समय लेती है। चीन के प्रमुख शहर शांघाई से स्वायत्त क्षेत्र तिब्बत की राजधानी ल्हासा तक चीन ने पटरी बिछाई है।

सिडनी से पर्थ का रेल रूट

सिडनी से पर्थ का रेल रूट इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है। इंडियल पैसिफिक ट्रेन इस 4352 किलोमीटर लंबे सफर को पूरा करने में 4 दिन का समय लेती है।

डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक 

इसके बाद भारत का डिब्रूगढ़-कन्याकुमारी तक का रेल रूट दुनिया का 5वां सबसे लंबा रेल सफर है। इन 2 शहरों के दरम्यान विवेक एक्सप्रेस का परिचालन किया जाता है। यह सफर 4237 किलोमीटर लंबा है। ट्रेन इस सफर को पूरा करने में करीब 3 दिन का वक्त लग जाता है।