डॉ. सिद्धार्थ ने बीते 19 मार्च को करौली सरकार व उसके सेवादारों पर पिटाई करने का आरोप लगाकर बिधनू थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि 22 फरवरी को आश्रम में बाबा ने अपने सेवादारों से उनकी पिटाई करवाई थी, जिससे सिर और नाक में गंभीर चोटें आईं थीं। पुलिस ने फुटेज की मदद से तीनों सेवादारोंं की पहचान करने के बाद उनके भी बयान दर्ज कर लिए हैं।

नोएडा के डॉ. सिद्धार्थ चौधरी के साथ बिधनू के लवकुश आश्रम में पिटाई के मामले में पुलिस ने करौली सरकार संतोष भदौरिया के तीन सेवकों को नोटिस जारी करके बयान दर्ज किए हैं। इन सेवकों की पहचान पुलिस ने वायरल वीडियो की मदद से की थी। सेवकों ने डॉक्टर को पीटने की बात से इनकार किया है।

डॉ. सिद्धार्थ ने बीते 19 मार्च को करौली सरकार व उसके सेवादारों पर पिटाई करने का आरोप लगाकर बिधनू थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि 22 फरवरी को आश्रम में बाबा ने अपने सेवादारों से उनकी पिटाई करवाई थी, जिससे सिर और नाक में गंभीर चोटें आईं थीं। मामले में विवेचक ने डॉक्टर के नोएडा स्थित आवास पर जाकर उनके व परिजनों के बयान दर्ज किए थे। पुलिस को एक वीडियो मिला था, जिसमें डॉक्टर के साथ घटना के दिन तीन सेवादार धक्कामुक्की करते नजर आए थे।

पुलिस ने फुटेज की मदद से तीनों सेवादारोंं की पहचान करने के बाद उनके भी बयान दर्ज कर लिए हैं। सेवादारों ने विवेचक को बताया कि डॉक्टर ने बाबा से अभद्रता की थी, इसके बाद उन्होंने उसे धक्के देकर बाहर किया था। मारपीट की बात से इनकार किया। बताया कि डॉक्टर के सिर और नाक में पहले से चोटें थीं, जो लखनऊ में सीएम आवास में घुसने के दौरान सुरक्षाकर्मियोंं से हाथापाई के दौरान लगी थी।