लखनऊ। केजीएमयू के दो नए डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। जनरल सर्जरी और गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग के ये दोनों चिकित्सक बॉन्ड के तहत संस्थान में तैनात थे। जनरल सर्जरी विभाग के डॉक्टर के चले जाने से मरीजों की परेशानी बढ़ जाएगी, क्योंकि ऑपरेशन के लिए लंबी वेटिंग है। जनरल सर्जरी विभाग के डॉ. अरशद अहमद पाइल्स, फिशर समेत दूसरी गंभीर बीमारियों के इलाज में पुरोधा माने जाते हैं। उनकी ओपीडी में रोजाना 250 से 300 मरीज आ रहे थे। उनसे इलाज कराने आने वालों में देश-विदेश के मरीज भी शामिल हैं। ऑपरेशन के लिए मरीजों की वर्ष 2024 तक वेटिंग है। डॉ. अरशद ने व्यक्तिगत कारणों के चलते केजीएमयू छोड़ने की बात बताई है। उधर, गेस्ट्रो मेडिसिन विभाग में बॉन्ड के तहत तैनात रहे डॉ. अंकुर की पीजीआई में नियमित तैनाती हो गई है। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है।
डॉक्टरों के 100 पद खाली, मरीजों की बढ़ रहीं मुश्किलें
डॉक्टरों के लगातार संस्थान छोड़ने से मरीजों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। यहां चिकित्सकों के 100 नियमित पद खाली पड़े हैं। इंडोक्राइन मेडिसिन विभाग में डॉक्टर के इस्तीफा देने से ताला लगा हुआ है। अफसरों का कहना है नए डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. केके सिंह का कहना है डॉक्टरों के इस्तीफे से संस्थान को बड़ा नुकसान होता है।
ये डॉक्टर छोड़ चुके हैं संस्थान
आर्गन ट्रांसप्लांट से डॉ. विवेक गुप्ता
एंडोक्राइन मेडिसिन विभाग से डॉ. मधुकर मित्तल
गैस्ट्रो सर्जरी से डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. साकेत, डॉ. विशाल, डॉ. प्रदीप जोशी
नेफ्रोलॉजी विभाग से डॉ. संत पांडेय
न्यूरो सर्जरी विभाग से डॉ. सुनील कुमार
ट्रांसप्लांट यूनिट से डॉ. मनमीत सिंह
सीवीटीएस विभाग से डॉ. विजयंत देव
गठिया रोग विभाग से डॉ. अनुपम वाखलू
इंडोक्राइन से डॉ. मनीष गुच्छ